सेहत का खजाना सहजना



            सहजना से करें सभी सेक्स रोगो की दवा 

                                    सहजना  से बनने वाली चीजें पूरे देश में बनाई और खायी जाती हैं. यह कई राज्यों में एक खास मौसम में ही फल देता है / लेकिन दक्षिण भारत में यह पूरे साल होता है/इसी कारण का इसका इस्तेमाला सांभर बनाने में होता है/
        सहजना के फूलों की भी सब्जी बनाई जाती है, लेकिन फलियों की सब्जी तो हमेशा ही बनती है/ सहजना के फूल उदर रोगों व कफ रोगों काफी लाभदायी होते हैं/ वहीं इसकी फली वात व उदरशूल में जबकि पत्ती नेत्ररोग, मोच, शियाटिका, गठिया आदि की परेशानियों में काफी फायदेमंद है /

                                     सब्जी की दुकान पर आपने लंबी हरी-हरी सहजने की फलियां  देखी होंगी / सहजन की यह फली केवल बढ़ि‍या स्वाद ही नहीं बल्कि स्वास्थ्य और सौंदर्य के बेहतरीन गुणों से भी भरपूर है।सहजना औषधीय गुणों से भरपूर है/इसकी फली के अचार और चटनी कई बीमारियों से मुक्ति दिलाने में सहायक हैं/दक्षिण भारत में साल भर फली देने वाले पेड़ होते है. इसे सांबर में डाला जाता है/इसके फूलों की कढ़ी भी बहुत स्वादिस्ट बनती है / उत्तर भारत में यह साल में एक बार ही फली देता है/ सर्दियां जाने के बाद फूलों की सब्जी बना कर खाई जाती है /फिर फलियों की सब्जी बनाई जाती है/ इसके बाद इसके पेड़ों की छटाई कर दी जाती है/सहजन वृक्ष किसी भी भूमि पर पनप सकता है और कम देख-रेख की मांग करता है। इसके फूल, फली और टहनियों को अनेक उपयोग में लिया जा सकता है। आयुर्वेदिक भोजन के रूप में अत्यंत पौष्टिक है और इसमें औषधीय गुण हैं/इस के बीज से तेल निकाला जाता है और छाल पत्ती, गोंद, जड़ आदि से दवाएं तैयार की जाती हैं/

1 गठिया व् अन्य दर्द नाशक 

                सहजन में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, कैल्शियम, पोटेशियम, आयरन, मैग्नीशियम, विटामिन ए, सी और बी कॉम्पलैक्स प्रचुर मात्रा में है/ सहजन में दूध की तुलना में ४ गुना कैल्शियम और दुगना प्रोटीन पाया जाता है/सहजन की सब्जी खाने से पुराने गठिया ए जोड़ों के दर्दए वायु संचय , वात रोगों में लाभ होता है/

2 . कानदर्द और पत्थरी में सहायक  

                   सहजन के ताज़े पत्तों का रस कान में डालने से दर्द ठीक हो जाता है/ सहजन की सब्जी खाने से गुर्दे और मूत्राशय की पथरी कटकर निकल जाती है/सहजन की जड़ की छाल का काढा सेंधा नमक और हिंग डालकर पीने से पित्ताशय की पथरी में लाभ होता है /

3 .पेट के लिए फायदेमंद 

          सहजन के पत्तों का रस बच्चों के पेट के कीड़े निकालता है और उलटी दस्त भी रोकता है/

4 . रक्त दाब और मोटापा को  दूर करे

             सहजन फली का रस सुबह शाम पीने से उच्च रक्तचाप में लाभ होता है/सहजन की पत्तियों के रस के सेवन से मोटापा धीरे धीरे कम होने लगता है।

5 .दांतो और कब्ज में लाभ 

             सहजन की छाल के काढ़े से
कुल्ला करने पर दांतों के कीड़ें नष्ट होते है और दर्द में आराम मिलता है/ सहजन के कोमल पत्तों का साग खाने से कब्ज दूर होती है/

6 .मिर्गी और घाव भरने में लाभकारी 

         सहजन की जड़ का काढे को सेंधा नमक और हींग के साथ पीने से मिर्गी के दौरों में लाभ होता है/सहजन की पत्तियों को पीसकर लगाने से घाव और सुजन ठीक होते है/

7 . सरदर्द में आराम 

 सहजन के पत्तों को पीसकर गर्म कर सिर में लेप लगाए या इसके बीज घीसकर सूंघे तो सर दर्द दूर हो जाता है/


8 .सेक्स समस्याएं मिटाये 

               विटामिनस  के अलावा  सहजना में कुछ जिंक, कैल्शियम और आयरन ऐसे तत्व सहजने  में पाये जाते हैं जो स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होते है/पुरुषों में स्पर्म बनने में जिंक की महत्वपूर्ण भूमिका होती है और कैल्शियम खून की कमी नहीं होने देता है/सहजन की छाल में पाये जाने वाले रासायनिक और योगिक तत्व वीर्य के पतलापन को ख़त्म करके शुक्राणु की समस्या को खत्म कर शुक्राणु  की संख्या बढ़ाने में मदद करते हैं/

    आज के ये विचार मैंने आपके सामने प्रस्तुत किये /आपलोग मुझे कमेंट कर बताये कि आप को मेरे द्वारा दी गई जानकारी कैसी लग रही है /साथ अपने अमूल्य सुझाव मेरे को बताएं ताकि आने वाले समय में आपको और अच्छी जानकारी शेयर कर सकूँ /
धन्यवाद सहित 

                                          जयहिंद  जय भारत जय आयुर्वेद 

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