गिलोय के आयुर्वेदिक गुण

       गिलोय के अनोखे गुण जो बनाएं निरोगी 

हैल्लो दोस्तों कैसे हैं आप सब लोग   आशा करता हूँ की सब लोग अच्छे से होंगे और आयुर्वेदिक आर्टिकल पढ़कर उससे होने वाले लाभ भी उठाते होंगे /आज का विषय हमारा गिलोय रहेगा /गिलोय का दोस्तों आप सभी ने नाम तो सुना होगा और हो सकता है जाने अनजाने में आप लोगो ने इसे उजाड़ या जांगले में देखा भी होगा /यह एक प्रकार से बेलनुमा पौधा है /इसे लोग अमृता के नाम से भी जानते हैं क्योंकि इसमें जो कैल्सियम फास्फोरस  विटामिन्स स्टार्च और रोगप्रतिरोधक क्षमता पाई जाती है /इसका आयुर्वेदिक ओषधियों में बहुत अपना एक अलग स्थान है /गिलोय हमारे लिए बहुत ही फायदेमंद बेल है / गिलोय के पत्तों का इस्तेमाल करना आपके लिए बहुत फायदेमंद रहेगा/

1  शारीरिक कमजोरी दूर करने में सहायक 

गिलोय कमजोरी दूर करने और खून बढ़ाने में बढ़ाने में  सहायक है. इसे घी और शहद के साथ मिलाकर लेने से खून की कमी दूर होती है/जिन मेरे भाई बहनो को पैरों में बहुत जलन होती है. कुछ ऐसे भी होते हैं जिनकी हथेलियां हमेशा गर्म बनी रहती हैं. ऐसे लोगों के लिए गिलोय बहुत फायदेमंद है. गिलोय की पत्त‍ियों को पीसकर उसका पेस्ट तैयार कर लें और उसे सुबह-शाम पैरों पर और हथेलियों पर लगाएं. अगर आप चाहें तो गिलोय की पत्त‍ियों का काढ़ा भी पी सकते हैं. इससे भी फायदा होता है /

2 कानदर्द दूर करने में भूमिका 

आपके कान में दर्द है तो गिलोय की पत्त‍ियों का रस निकालें. इसे हल्का गर्म कर लें. इसकी एक-दो बूंद कान में डालें. इससे कान का दर्द ठीक हो जाता है /

3 बुखार में आरामदायक 

यदि किसी दोस्त  बहुत दिनों से बुखार है और तापमान कम नहीं हो रहा है तो गिलोय की पत्त‍ियों का काढ़ा पीना फायदेमंद रहेगा/ गिलोय पूरी तरह सुरक्षि‍त है क्योंकि ये आयुर्वेदिक होने के साथ साथ लाभकारी है /

4 गिलोय पीलिया रोग को दूर करे 

 गिलोय का सेवन पीलिया रोग में  बहुत फायदेमंद होता है। इसके लिए गिलोय का एक चम्मच चूर्ण, काली मिर्च अथवा त्रिफला का एक चम्मच चूर्ण शहद में मिलाकर चाटने से पीलिया रोग में लाभ होता है/ गिलोय के पत्तों को पीसकर उसका रस निकाल कर एक चम्‍मच रस को एक गिलास छाछ  में मिलाकर सुबह-सुबह पीने से पीलिया ठीक हो जाता है।

5 आँखों के लिए लाभकारी 

गिलोय का रस आंवले के रस के साथ मिलाकर पीना  आंखों के रोगों के लिए लाभकारी होता है/इसके सेवन से आंखों के रोगों तो दूर होते ही है, साथ ही आंखों की रोशनी भी बढ़ती हैं/इसके साथ साथ हमारीं आँखों की गंदगी भी निकल जाती है /

6 मेदोहर (मोटापा काम करना ) का काम करे (मोटापा )

 गिलोय के रस में त्रिफला को मिलाकर काढ़ा बना लें/ इस काढ़े में पीपल का चूर्ण और शहद मिलकर सुबह-शाम सेवन करें/गिलोय मोटापा कम करने में भी मदद करता है। जो लोग मोटापे से परेशान हैं या चिंतित हैं उन लोगों के लिए भी गिलोय एक अच्छी ओषधि साबित हो सकती है /इसके लिए उन लोगों को  गिलोय और त्रिफला चूर्ण को सुबह और शाम शहद के साथ लेना  चाहिए /इसके अलावा गिलोय, हरड़, बहेड़ा, और आंवला मिला कर काढ़ा बनाकर इसमें शिलाजीत मिलाकर सेवन करें /इसके  नियमित सेवन से मोटापा रुक जाता है/जो लोग मोटे  हैं वो पतले होने लगते हैं |

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