How to cure piles permanently with Home(hindi)

           How to cure piles permanently with Home(hindi)

            बवासीर का इलाज घर पर रखें अपनी सेहत का ख्याल

पाइल्स यानी बवासीर एक ऐसी बीमारी है जिसमें बैठना भी मुश्किल हो जाता है। अंग्रेजी  भाषा में इसे हेमरॉइड्स रोग से जाना  जाता है। इस बीमारी में गुदा (ऐनल) के अंदरूनी और बाहरी क्षेत्र और मलाशय (रेक्टम) के निचले हिस्से की सभी नसों  में सूजन आ जाती है जिससे ऐनल के अंदर और बाहर या किसी एक जगह मस्से की सी स्थिति बन जाती है,ये जो मस्से होते हैं कभी अंदर रहते हैं और कभी बाहर भी आ जाते हैं

बवासीर दो तरह की होती है पहली खूनी बवासीर और दूसरी  बादी बवासीर। खूनी बवासीर (पाइल्स) में खून आता रहता है, लेकिन दर्द नहीं होता लेकिन  बादी बवासीर में पेट में कब्ज बन जाती है और पेट हमेशा ही खराब बना रहता है | 


How to cure piles permanently with Home(hindi)


            बवासीर का इलाज घर पर रखें अपनी सेहत का ख्याल

इसके लिए कुछ आसान और घरेलु उपाय हम बता रहे जिनको अम्ल में लेकर अपने रोग से आराम पा सकते हैं:-

1 गरम पानी से सेंक करें:-गर्म पानी के टब में बैठने से या sitz bath की सहायता से गुदा (पाख़ाना करने की जगह) की मांसपेशीयों को आराम मिलता है ताकि मल  का त्याग करने में परेसानी ना हो| अपने आसपास के किसी  डॉक्टर से सलाह लेकर sitz bath करें या गरम पानी के टब में बैठे |ध्यान रखें गर्भवती महिलाओं को ज़्यादा गर्म पानी के टब में बैठना शिशु के लिए नुक्सान देह हो सकता है| कब्ज़ के इलाज के लिए डॉक्टर आपको laxative लेने की सलाह दे सकते हैं| इनके उपयोग से बवासीर के लक्षणों, जैसे गुदा में दर्द या खुजली, से आराम मिल सकता है|

2 साबुत अनाज और दालों का सेवन ज्यादा करें :- मोठे अनाज में फाइबर और वतामिन्स होते हैं जो हम सबको सेवन करने चाहिए| क्योंकि फाइबर और विटामिन्स हमारे शरीर में समाकर हमारे मल्ल को नरम बनाते हैं | साथ हमें पाखाना जाने में परेशानी काम होती है और हमें शौच करते समय जोर नहीं लगाना पड़ता| 

3 मसालेदार और तेलीय भोजन का त्याग करें:- सिर्फ तेलयुक्त और मसालेदार खाने से परहेज़ करें| फल, सब्जियाँ, साबुत अनाज के बने आहार, दाल,दलिया, जई,  जैसे खाद्य-पदार्थों का सेवन अधिक करें इसके साथ पपीते के फल सेवन करें जिससे पेट साफ़ रहता है| 

4 किसी प्रकार का नशा नहीं करें :- सॉफ्ट ड्रिंक, कॉफ़ी, हरी और काली चाय जैसे कैफीन-युक्त पेय और शराब पीने से परहेज़ करें|

5 भरपूर पानी पिएं:-हमारे शरीर की कोशिकाओं द्वारा मल को  नरम करने के लिए दिन में कम से कम 3-4 लिटर पानी या अन्य द्रव पदार्थका सेवन करेंजीवन में आलस या सुस्ती आपके लिए हानिकारक बन सकता है|

6नियमित रूप से व्यायाम करें:-नियमित रूप से व्यायाम करने से हमारा शरीर स्वस्थ और वज़न संयम में रहता है,कब्ज  की समस्या रोकने में मदद करता है, और साथ ही ब्लड-प्रेशर नियंत्रण में रहता है|सॉफ्ट ड्रिंक, कॉफ़ी, हरी और काली चाय जैसे कैफीन-युक्त पेय और शराब पीने से परहेज़ करें|

7 शौच की इच्छा को न दबाएं;-शौच और पेशाब की इच्छा होने पर तुरंत त्याग करें क्योंकि ज़्यादा देर इंतज़ार करने पर मल सूख जाता है और पेशाब की क्रिया को रोकने से हमारे गुर्दों में कई प्रकार के रोग होने की संभावना रहती है|कोशिश  यही करें की जब पाख़ाना जाने की उत्तेजना हो रही हो तो जल्द ही त्याग कर दें | 

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