Uses of leaves of tulsi(हमारे जीवन में तुलसी का महत्व)
दोस्तों आज हम बात करेंगे हिन्दू धर्म के एक पवित्र और आयुर्वेदिक औषधि के बारे में जिसका नाम है तुलसीहाँ दोस्तों तुलसी के हमारे जीवन में बहुत सारे फायदे और महत्त्व हैं/तुलसी एक ऐसा पौधा है जो की है प्रत्येक हिन्दू परिवारमें पाया जाता है /यह एक ऐसी ओषधि है दोस्तों की इसके बराबर में कोई दूसरी कोई जड़ी बूटी नहीं है/यह भारत देश में लगभग हर प्रांत में पाई जाती है /इसे जड़ीबूटियों की रानी कहें तो अतिश्योक्ति नहीं होगी /क्योंकि यह एक ओषधि होने के साथ साथ भारत देश में पूजनीय भी है /इसे एक देवी के रूप में पूजा जाता है यह सुंगंधित होने के साथ बहुत ही लाभकारी है /आज मैं आपसे इसके सेवन से होने वाले लाभ शेयर कर रहा हूँ /
Uses of leaves of tulsi(हमारे जीवन में तुलसी का महत्व)
इसके सेवन का सबसे पहला लाभ ये कि
1 . सर्दी खांसी में होने प्रयोग छ्पने वाली मुख्य औषधि है /इसका उपयोग
करने से खांसी में बहुत आराम मिलता है /जिस भाई को बहुत तेज जुकाम और खांसी सिरदर्द हो तो मैं आपको
बहुत ही असरदार फार्मूला बता रहा हूँ /आप ये याद कर लें या लिख भी सकते हैं /यह प्रयोग आपको सिर्फ रात में ही करना है इस बात का विशेष ध्यान रखें और यह भी ध्यान रखें की मैं जो तुलसी बताऊँ वही काम में लेनी
है /इस प्रयोग में आपको देशी और छोटी पत्ते वाली हरी तुलसी को काम में लेना है कोई दूसरी नहीं लेनी है /
तुलसी हमारे दिमाग में होने वाले तनाव् को भी काम करती है /
2 .इसके साथ साथ यह हमारे रक्त को शुद्ध
करती है / सुबह खाली पेट हमें पांच से सात पत्ते रोजाना चबाने चाहिए जिससे हमारे शरीर के रक्त में होनेवालीअशुद्धियों से राहत मिलती है /साथ ही हमारी रोग प्रतिरोधक अक्षमता बढ़ती है
3 तुलसी से हम हमारी आँखों के लिए आई ड्राप
भी बना सकते हैं /इसकी विधि बिलकुल आसान है /हमें तुलसी के काम से काम बिस पत्ते लेकर गरम करने के बाद उन पत्तों का रास निकालके दो दो बून्द दोनों आँखों में डालें /इससे हमारी आँखों में जमी हुईगंदगी निकल जाती है और आँखों की रौशनी भी बढाती है /
4 तुलसी का उपयोग हम लोग हमारे मुँह की दुर्गन्ध
को दूर करने और दांतों की अनेक प्रकार की बीमारियों को मिटाने में कर सकते हैं/तुलसी के पत्तों से हम एकअच्छा और औषधीय गुणों वाला दन्त पेस्ट बना सकते हैं /इसके लिए हमें तुलसी के पत्तों को छायां मेंसुखाकर मसल लें और पाउडर बना लें /इसके बाद इसमें सरसों का तेल मिलाकर दांतों के लिए अच्छा मंजनहम घर बैठ कर बना सकते हैं /
5 इसका इस्तेमाल करने से हमारे सर दर्द में आराम मिलता है /सर दर्द होने पर
तुलसी और चन्दन के पाउडर को मिलकर पेस्ट बनाकर माथे पर लेप करें या पांच सात पत्ते लेकर एक कप पानी में उबालकर उस पानी की चाय बना कर पिए सिरदर्द में तुरंत लाभ मिलता है /
जिस किसी भाई को
6 पत्थरी की शिकायत हो तो
उसके लिए तुलसी से बढ़कर कोई दवा नहीं है क्योंकि तुलसी में गुर्दे की पत्थरीकाटकर बाहर निकालने की ताकत है /जो भाई या मेरा दोस्त तुलसी का इस्तेमाल करना चाहे तो बेहिचक करसकता है /पत्थरी के रोगी को खाली पेट पांच या सात पत्ते रोज तीन या चार माह तक खाएं /अवश्य लाभ मिलेगा /दोस्तों तुलसी पत्र हमारे जीवन के लिए उपयोगी होने के साथ कुछ इसके अवगुण भी है /जिनको ध्यान में रखते हुए प्रयोग करें /
7 जिस भाई बहन का रक्त पतला हो उसे तुलसी दाल का प्रयोग कम और सोच समझ करना चाहिए /साथ ही गर्भवती स्त्री को भी तुलसी दल का कम से कम मात्रा में प्रयोग करना चाहिए / यदि हमतुलसी के अवगुणो को ध्यान में रखते हुए प्रयोग करते हैं तो तुलसी का ये औषधीय पौधा हमारे लिए एक वरदान से काम नहीं है /
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