पीलिया रोग के लक्षण और उपाय

दोस्तों नमस्कार  क्या हालचाल हैं 
आज मैं लेकर आया हूँ एक नई और महत्वपुर्ण पोस्ट आप लोगों के लिए 
जिसमें मैं मैं बताऊंगा कि पीलिया रोग क्यों होता है और इससे बचने के क्या उपाय हैं /

पीलिया रोग एक संक्रामक बीमारी है जो वायरस (हेपेटाइटिस बी) के कारण होती है। यह रोग संक्रामक तत्वों के संपर्क से फैलता है, जैसे कि संक्रामित खाद्य या पीने का पानी। यह रोग अक्सर मस्तिष्क, यकृत और अन्य शरीर के अंगों को प्रभावित करता है।
दोस्तों पीलिया या जॉइन्डिक्स एक जानलेवा रोग हैं /इससे हमें जान का 
खतरा बन जाता है /इस रोग का मुख्य कारण है हमारे लिवर में गर्मी 
बढ़ जाने से लीवर में कमजोरी आ जाती है /जिससे लीवर काम करना बंद कर देता है /इस वजह से रोगी को खाना पेट में पचता नहीं  है /इस वजह से 
रोगी के सरीर में बहुत  ज्यादा कमजोरी आ जाती है /शरीर पीला पड़ जाता 
है और काला भी पड़ जाता है /

उपाय:

  1. पूरा आराम और परहेज: पीलिया के इलाज के दौरान, रोगी को पूरी तरह से आराम करना चाहिए।

  2. हाइड्रेशन: रोगी को पीने का पानी बढ़ा देना चाहिए ताकि उनका शरीर अधिक से अधिक पानी संतुलित रहे।

  3. सेहतमंद आहार: खाने में सेहतमंद और पोषणयुक्त आहार का सेवन करना चाहिए।

  4. डॉक्टर की सलाह और दवाओं का सेवन: रोगी को डॉक्टर की सलाह पर दवाएं लेनी चाहिए और उनके निर्देशों का पालन करना चाहिए।

  5. बचाव: पीलिया के इस रोग से बचाव के लिए, स्वच्छता का ध्यान रखना चाहिए, स्वच्छ पानी पीना चाहिए और संक्रामित खाद्य सामग्री से बचना चाहिए।

नोट: पीलिया रोग के लक्षणों या इलाज के संबंध में अधिक जानकारी के लिए, कृपया एक चिकित्सा पेशेवर से परामर्श करें।

इससे बचने का एक ख़ास तरीका है कि
 हमें तली हुई वस्तुओ और तेलीय चीजों का परहेज करना जरुरी होता है /
अब मैं आप लोगों से कुछ आयुर्वेदिक दवाएं बताना चाहता हूँ /
इसमें दोस्तों दवा कम परहेज ज्यादा असर करते हैं /
इसके साथ साथ हमें काले नमक के साथ मुली और बिना चिकनाई का 
चावल और शक्कर खाने में लेना चाहिए / फलों का ज्यादा से ज्यादा 
मात्रा में सेवन करें साथ ही आराम करें /इसमें बहुत साड़ी छोटी छोटी 
बातों का ख्याल रखना पड़ता है /


अब हम लोग काम की मुख्य बात करते हैं  इसमें परहेज करने के साथ हिमालय की LIV52 TABLET  और  LIV52 SYRUP का सेवन सबसे अच्छा रहता है /इसमें आप लोग ३ टेबलेट दिन में ३ बार सेवन करें 
साथ ही सिरप १५ मिली कि मात्रा में ३दिन में ३ बार सेवन करें /
दोस्तों इसमें आप लोगों को ध्यान ये रखना है कि किसी भी परकार कि खट्टी चीजं का इस्तेमाल बिलकुल न करें साथ ही हरी और पत्तेदार सब्जियों का सावन करें /
मेरे द्वारा बताई गई दवाएं आपको अवश्य लाभ देंगी यदि  आप परहेज से 
 दवाओं का सेवन करेंगे /
बाय दोस्तों 

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